केपीपीएन प्रदीप कुमार लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जहाँ पर मोदी-योगी सरकार देशभर में हर वर्ग के लोगों को पक्का मकान देने की मुहीम चला रही है। वही सुल्तानपुर रोड स्थित अवध-बिहार योजना के तहत लाखों लोगों के घर आवास विकास गिराने में तुली हुई है। आवास विकास योजना द्वारा लापरवाही व धन उगाही हो रही है। अवध-विहार योजना को 20 साल बाद अपनी जमीन याद आई जब लाखों परिवारों ने अपना आशियाना बना लिया पर अब आवास विकास उन सबको सड़क पर लाने का काम कर रही है। ऐसा लगता है की पूर्व सरकार और कर्मचारीयों द्वारा अधूरे कार्य को इस सरकार पर थोपा जा रहा है, जिससे सरकार की छवि को धूमिल किया जा सके और विपक्षीयों को एक मुद्दा उठाने का मौका मिले। अवध विहार योजना के अंतर्गत अहमामऊ, सरसवां, हरिहरपुर आदि ग्राम सभाए आती है। जिनमे हज़ारों कॉलोनीयों में मकान है जिनमे 80 सेनानी परिवार रहते है। जो की अवध-विहार योजना की बुलडोजर से दहशत भरी जिंदगी जी रहे है तथा किसान 20 साल से अवध-विहार योजना का इंतजार करते-करते थक गए है और उनके उप्पर जो बीती वह वो शब्दों में बया नहीं कर सकते। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने बताया की अधिकारीयों से वार्ता हुई है और उन्होंने समय माँगा है। अगर समय पर मांगे न पूरी हुई तो मुख्यमंत्री के आवास का घिराव किसान करेंगे।